बाबा थाने बात बताऊ घट घट की,
थारी पूजा करुला म्हारे जचगी।।
घीरत शिदुर रो चोलो बिराजे,
कसीयो लाल लगोटो,
एक हाथ में पर्वत सोह,
दुजे हाथ मे घोटो,
थारे खादे जदेऊ जचकी,
थारी पूजा करुला मारे जचगी।।
सोयोजन मरीद समद की,
गड लका मे आयो,
बालाजी ने धुन धाम से,
माता रो पतो लगायो,
ओतो पेड़ से मुदरी का पटकी,
थारी पूजा करुला मारे जचगी।।
फल खाया रो बाग ऊजाड़ा,
अक्षय कुमार को मारा,
मेघनाथ की सारी शक्ति,
कर दीनी बेकारा,
आ तो बात रावण के खटकी,
थारी पूजा करुला मारे जचगी।।
रूई तेल मगवाकर,
रावण पुछ के आग लगाई,
बालाजी ने धुम धाम से,
सारी लका जलाई,
आतो लका मे भगदड़ मचगी,
थारी पूजा करुला मारे जचगी।।
वीर मडंल ने भजन बणायो,
सुणीयो पवन कुमार,
दीन जान के दाता मेरी,
नया करजो पार,
थारी मोहनी मुरत मन बसकी,
थारी पूजा करुला मारे जचगी।।
बाबा थाने बात बताऊ घट घट की,
थारी पूजा करुला म्हारे जचगी।।
प्रेषक – सुभाष सारस्वा काकड़ा नोखा।
9024909170