मैया का रूप निराला,
लगता है प्यारा प्यारा,
भक्तों ने माँ तेरा दरबार को,
सुंदर सजाया,
माँ चम चम चम चम,
ओढ़ के चुनरिया जाना,
हम भक्तों को तू माँ ,
दर्श दिखा जाना,
माँ चम चम चम चम,
ओढ़ के चुनरिया जाना,
हम भक्तों को तू माँ ,
दर्श दिखा जाना।।
तर्ज – तेरी आंख्या को यो।
बड़े-बड़े राक्षस को मां,
तूने संघार किया,
शुंभ निशुंभ दानव को भी,
भव से तू पार किया,
देवी देवों ने भी तुझको,
ध्याया माँ,
हम भक्तों को तू माँ ,
दर्श दिखा जाना।।
मैया का रूप निराला,
लगता है प्यारा प्यारा,
भक्तों ने माँ तेरा दरबार को,
सुंदर सजाया,
माँ चम चम चम चम,
ओढ़ के चुनरिया जाना,
हम भक्तों को तू माँ ,
दर्श दिखा जाना,
माँ चम चम चम चम,
ओढ़ के चुनरिया जाना,
हम भक्तों को तू माँ ,
दर्श दिखा जाना।।
स्वर – शिवम मिश्रा।
मोबाइल नं – 7033127474