बजरंग आयो लंका के माही,
मचा दियो घमासान।।
सीता मां ने दीनी मुंदड़ी,
सुना राम का हाल,
हाथ जोड़कर बोलियां हनुमत,
मां बेगि सी तू चाल,
रागसडा जद रस्तो रोक्या,
वा न मार दियो हनुमान,
बालो आयो लंका के माही,
मचा दियो घमासान।।
बड़ा-बड़ा पैडा़ न बजरंग,
पाड पाड कर फेंके,
बालाजी की शक्ति ने या,
सारी लंका देखें,
नर नारी लंका का बोलया,
थासू बडो नहीं हनुमान,
बालो आयो लंका के माही,
मचा दियो घमासान।।
सोना की लंका ने बालों,
पल में कर दी राख,
कहे मंदोदर पिया रावण,
बेठो बेठो झांख,
धूधाडो लंका म छायो,
लंका कर दीनी श्मशान,
बालो आयो लंका के माही,
मचा दियो घमासान।।
राम नाम मतवालों बालों,
साध राम की आयो,
चाकर है चरणों को नोरत,
महिमा थारी गायो,
हाथ जोड मै अरज करु,
म्हारो राख लिज ध्यान,
बालो आयो लंका के माही,
मचा दियो घमासान।।
बजरंग आयो लंका के माही,
मचा दियो घमासान।।
गायक / प्रेषक / नवरतन गंगवाल।
9511506589